निजता का ध्यान कर
स्वयं का सम्मान कर।
है मनुष्य तो मनुष्यता
के लिये बलिदान कर।।
प्रकाश के प्रचारकों को,
आलोक-पुंज धारकों को।
दिव्य के प्रसारकों को
रश्मि-किरण दान कर।।
नवीन का संचार हो
और ज्ञान का विस्तार हो।
अद्वैत सदाचार हो तू
ऐसा अनुष्ठान कर।।
-
सलमान 'ख़याल'
प्रकाश के प्रचारकों को,
आलोक-पुंज धारकों को।
दिव्य के प्रसारकों को
रश्मि-किरण दान कर।।
नवीन का संचार हो
और ज्ञान का विस्तार हो।
अद्वैत सदाचार हो तू
ऐसा अनुष्ठान कर।।
-
सलमान 'ख़याल'
No comments:
Post a Comment